शुक्रवार, मार्गशीर्ष शुक्ल दशमी
- विक्रम संवत – 2078, आनन्द
- शक सम्वत – 1943, प्लव
- पूर्णिमांत – माघ
- अमांत – माघ
- दिशा शूल : पश्चिम
- वैदिक ऋतु : शिशिर
- द्रिक ऋतु – शिशिर
- अयन : उत्तरायण
सूर्योदय तथा चंद्रोदय का समय
सूर्योदय – 7:05 am
सूर्यास्त – 6:16 pm
चन्द्रोदय – 1:41 pm
चन्द्रास्त – 3:44 am
आज की तिथि
शुक्ल पक्ष दशमी – 10 फ़रवरी 11:08 am– 11 फरवरी 01:52 pm तक
शुक्ल पक्ष एकादशी – 11 फरवरी 01:52 – 12 फरवरी 04:27 pm तक
शुभ काल
ब्रह्म मुहूर्त – 05:29 am – 06:17 am अभिजीत मुहूर्त – 12:18 pm – 01:03 pm
अमृत काल – 08:41 pm – 10:30 pm
अशुभ काल
राहू – 11:17 am – 12:41 pm
कुलिक – 8:29 am – 9:53 am
दुर्मुहूर्त – 09:19 am – 10:04 am तथा , 01:03 pm – 01:48 pm। यम गण्ड – 3:28 pm – 4:52 pm
वर्ज्यम् – 04:01 pm – 05:48 pm
आज के नक्षत्र
म्रृगशीर्षा – 11फ़रवरी 03:32 AM – 12 फ़रवरी 06:37 AM
आद्रा – 12 फ़रवरी 06:37 AM – 13 फ़रवरी 09:27 AM
करण
गर – 11 फ़रवरी 12:30 am– 11 फरवरी 01:52 pm
वणिज – 11 फ़रवरी 01:52 pm – 12 फ़रवरी 03:12 am
विष्टि – 12 फ़रवरी 03:12 am – 12 फ़रवरी 04:27 pm
योग
वैधृति – 10 फ़रवरी 06:49 pm – 11 फरवरी 07:49 pm
विष्कुम्भ – 11 फरवरी 07:49 pm – 12 फ़रवरी 08:40 pm
आनन्दादि योग
मानस – 06:37 pm
पद्म तक
सूर्य की राशि
सूर्य मकर राशि पर स्थित है
चंद्रमा की राशि
चंद्रमा 11 फरवरी को 5:06 pm तक वृषभ राशि उसके बाद मिथुन राशि में प्रवेश करेगा
चंद्रमास
अमांत – माघ
पूर्णिमांत – माघ
शक संवत (राष्ट्रीय कलैण्डर) – माघ 22, 1943
वैदिक ऋतु – शिशिर
द्रिक ऋतु – शिशिर
आज के श्रेष्ठ चौघड़िया
दिन के चौघड़िया
शुभ – 12:41 pm – 14:04 pm
लाभ – 08:29 am – 09:53 am
अमृत (वार वेला) – 09:53 am – 11:17 am
काल (काल वेला) – 11:17 am – 12:41 pm
चर – 07:05 am – 08:29 am तथा – 16:52 pm – 18:16 pm
उद्बेग – 15:28 pm – 16:52 pm। रोग – 14:04 pm – 15:28 pm
रात के चौघड़िया
शुभ – 12:40 am – 02:16 am
लाभ (काल रात्रि) – 09:28 pm – 11:04 pm
अमृत – 02:16 am – 03:52 am। चर – 03:52 am – 05:29 am उद्बेग – 11:04 am – 12:40am। रोग – 05:29 am – 07:05 am तथा 06:16 pm – 07:52 pm
काल – 07:52 pm – 09:28 pm
ग्रहों की राशि
मंगल – वृश्चिक में संचार करेगा
बुध – मकर में संचार करेगा
गुरु – कुंभ में संचार करेगा
शुक्र – धनु में संचार करेगा
शनि – मकर में संचार करेगा
राहू. – वृष में संचार करेगा
केतु – वृश्चिक में संचार करेगा