Homeभारतकिशोरावस्था में ना करें डाइटिंग तथा भोजन की पौष्टिकता से समझौता

किशोरावस्था में ना करें डाइटिंग तथा भोजन की पौष्टिकता से समझौता

मनुष्य के लिए हर उम्र में पौष्टिक भोजन करना आवश्यक होता है। छोटी बच्चियों तथा किशोर लड़कियों के लिए यह और भी महत्वपूर्ण हैं। जैसा कि हम सब जानते हैं कि किशोरावस्था में शरीर बढ़ रहा होता है इसलिए हम सभी अच्छी गुणवत्ता वाला पौष्टिक भोजन अपनाएं। हमारे शरीर की पोषण तथा ऊर्जा की जरूरतों को पूरा करने के लिए आवश्यक है कि हम भोजन में उचित खाद्य पदार्थों का उपयोग करें।

किशोरावस्था में ना करें डाइटिंग तथा भोजन की पौष्टिकता से समझौता
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-किशोरावस्था वजन कम करने वाली डाइट के लिए अच्छा समय नहीं है। – वजन कम करने वाली डाइट से आवश्यक पोषक तत्व किशोरियों तथा किशोरों को नहीं मिलेंगे जिससे वे अपनी पूरी क्षमता तक नहीं पहुंच पाएंगे। इसलिए संतुलित आहार ही सर्वोत्तम विकल्प है।

अक्सर किशोरावस्था से गुजर रहे बच्चों तथा उनके माता-पिता के दिमाग में कई सवाल होते हैं जैसे

खाने में क्या लेना चाहिए तथा बच्चों के खाने में क्या शामिल करें

किशोरावस्था उम्र का एक खूबसूरत पड़ाव है। साथ ही यह मुश्किल भी हो सकता है। क्योंकि इस समय शरीर का आकार बदल रहा होता है तो आवश्यक हैं कि हम अपने भोजन का सही ढंग से चयन करें तो आइए जानते हैं किशोरावस्था में किस प्रकार का भोजन लेना चाहिए।

दिन में तीन नियमित भोजन जो कि किशोरावस्था में पोषण की जरूरतों को पूरा करेंगे।

कार्बोहाइड्रेट से भरपूर भोजन- अनाज,दाल,ब्रेड, दलिया आदि कार्बोहाइड्रेट से भरपूर भोजन होते हैं। जो मस्तिष्क तथा मांसपेशियों को ऊर्जा प्रदान करते हैं। यह विटामिन बी तथा फाइबर के उत्कृष्ट स्रोत हैं। कार्बोहाइड्रेट की कमी के कारण हम थका हुआ महसूस कर सकते हैं। और हमारी उर्जा में कमी हो सकती है। इसलिए हमें प्रत्येक भोजन में कार्बोहाइड्रेट का उपयोग करना चाहिए।

प्रोटीन तथा आयरन युक्त भोजन- दाल ,नट्स,पनीर, बीज,फलिया आदि आयरन तथा प्रोटीन के स्रोत होते हैं। आयरन हमारे शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में सहायक होता है यह लाल रक्त कोशिकाएं ऑक्सीजन को हमारे शरीर में सभी अंगों तक पहुंचाती है इसलिए अगर किशोरावस्था में आयरन की कमी हो जाए तो थका हुआ महसूस कर सकते हैं तथा एनीमिया के शिकार भी हो सकते हैं।

किशोरावस्था में हमें पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन का भी सेवन करना चाहिए प्रोटीन हमारे शरीर में वृद्धि तथा मांसपेशियों के निर्माण में सहायक होता है प्रोटीन की कमी से हमारे शरीर में वृद्धि तथा शारीरिक विकास में देरी तथा वजन भी प्रभावित हो सकता है। प्रोटीन हमारे शरीर में आंखों त्वचा मस्तिष्क तथा मांसपेशियों को स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक है इसलिए हमें दिन में दो बार प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन आवश्यक रूप से करना चाहिए।

खाद्य पदार्थों के विकल्प- पीनट बटर तथा शहद के साथ मफिन। दही और फल। केला और पीनट बटर सेंडविच। दूध के साथ ताजा फल। दूध और फल के साथ नाश्ता, अनाज सूखे मेवे मूसली नट्स व ओट्स के साथ बने मफिन खाए। कस्टर्ड तथा फल आदि ले।

किशोरावस्था में ना करें डाइटिंग तथा भोजन की पौष्टिकता से समझौता
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किशोरों के लिए ध्यान देने योग्य बिंदु-

👉 किशोरावस्था में हरी सब्जी, पत्तेदार हरी सब्जियां ,था विटामिन युक्त सब्जियों का प्रयोग करें।

👉 शरीर में वाटर लेवल बनाए रखें तथा पानी की कमी ना होने दें। दिन में दो से 3 लीटर पानी अवश्य पिए।

👉 सॉफ्ट ड्रिंक, एनर्जी ड्रिंक, स्पोर्ट्स ड्रिंक जिनमें नकली स्वीटनर पाए जाते हैं उनको लेने से बचें।

👉 किशोरावस्था में दूध फल इत्यादि का प्रयोग करे।

👉 चिप्स और कैंडी जैसी चीजें आपकी उर्जा में कमी महसूस करवा सकती है इसलिए इनके सेवन से बचें।

👉 कॉफी चाय कोला एनर्जी ड्रिंक जिनमें कैफीन की मात्रा अधिक होती है उनके सेवन से बचें क्योंकि यह आपके नींद के पैटर्न को बाधित कर सकते हैं।

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