Homeyogaव्यायाम के प्रकार तथा व्यायाम करते समय बरतने वाली सावधानियां

व्यायाम के प्रकार तथा व्यायाम करते समय बरतने वाली सावधानियां

स्वस्था व शरीर के विभिन्न अंगों पर जिन व्यायामों का प्रभाव पड़ता है ये व्यायाम भिन्न है ।

योगिक व्यायाम

यौगिक व्यायाम का अध्ययन हम विस्तार से योग आसन व प्राणायाम नामक अध्याय में विस्तार से करेंगे । इसमें मुख्य रूप से प्राणायाम , आसन , यौगिक क्रियाएं आदि है ।

यौगिक सूक्ष्म व्यायाम

व्यायाम के प्रकार तथा व्यायाम करते समय बरतने वाली सावधानियां

( 1 ) उच्चारण स्थल तथा विशुद्ध चक्र शुद्धि

( 2 ) यौगिक प्रार्थना

( 3 ) बुद्धि विकासक सूक्ष्म व्यायाम ) स्मरण शक्ति विकास

( 5 ) मेघाशक्ति विकासक

( 6 ) नेत्र शक्ति विकासक

( 7 ) उदर शक्ति विकासक

2 स्थूल व्यायाम

रेखा गति , इंजन दौड़ , कुर्सी दौड, रस्सी कूदना , तेज दौडना , पैदल चलना आदि ।

1 साइकिल चलाना ।

2 तैरना ।

3 भार वाहक व्यायाम ।

4 . खींचना या धक्का देना ।

5 विभिन्न उपकरणों के व्यायाम या gym में किये जाने वाले व्यायाम ।

6 विद्यालयों में किये जाने वाले अन्य व्यायाम , डम्बल , लाठी , लेजियम , भारतीयन , मलखम्भ मार्ग -पास्ट , पी – टी , गर्मी वाले व्यायाम , विभिन्न खेलों के माध्यम से व्यायाम व नृत्य लयबद्ध आदि व्यायाम

व्यायाम करते समय बरती जाने वाली सावधानियां

1. व्यायाम शुरूआत में किसी दक्ष व्यक्ति के निर्देशन में ही किया जाना चाहिए ।

2.व्यायाम नित्य किया जाना चाहिए ।

3.व्यायाम खाली पेट सुबह – शाम किया जाना चाहिए ।

4. व्यायाम अपनी क्षमताओं एवं आयु को ध्यान में रखकर किया जाना चाहिए ।

5. व्यायाम सरलता से जटिलता की ओर किया जाना चाहिए ।

6 . व्यायाम मौसम को अनुकूल करें ।

7. व्यायाम एवं अपनी पसंद , अपना काम जिम्मेदारिया , उपलब्धता आदि के बीच बेहतरीन तालमेल बनाये ।

8. व्यायाम करने के उद्देश्य की पूर्ति हेतु काम आने वाले व्यायाम ही करें ।

9. व्यायाम क्रमबद्ध तरीके से ही करें ।

10. व्यायाम प्रसन्नचिन्त मन से ही करें उसमे तनाव शामिल नहीं हो ।

11. व्यायाम प्रायः खुली जगह प्राकृतिक स्थान पर करना ज्यादा श्रेष्ठ होता है ।

12. व्यायाम के समय को अपने से निर्धारित कर दोहरायें ।

13 , व्यायाम करते समय ढीले कपड़े पहने जिससे किसी भी प्रकार की शारीरिक क्रिया में कोई परेशानी नहीं आए ।

14. व्यायाम करने के पश्चात विश्राम का भी ध्यान रखें ।

15. व्यायाम के अनुसार ही संतुलित आहार लेवें ।

यह भी पढ़े –

जानु शीर्षासन के लाभ

सूर्य नमस्कार

सुदर्शन क्रिया

ताड़ासन

शंख प्रक्षालन

- Advertisment -