मकर सक्रांति का पर्व प्रतिवर्ष 14 या 15 जनवरी को मनाया जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन सूर्य धनु राशी से मकर राशि में प्रवेश करता है। सूर्य का मकर राशि में प्रवेश करने के कारण इस दिन मकर सक्रांति मनाई जाती है।
मकर संक्रांति क्यों मनाई जाती हैं?
प्रतिवर्ष 14 या 15 जनवरी को सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है तथा खगोल शास्त्र के अनुसार इस दिन सूर्य पृथ्वी के दक्षिणी गोलार्ध से उत्तरी गोलार्ध की ओर बढ़ना प्रारंभ करता है। जिसके कारण मकर संक्रांति मनाई जाती है।
मकर सक्रांति पर पतंग उड़ाने का महत्व
मकर सक्रांति के दिन सूर्य का प्रकाश हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है इस वजह से इस दिन पतंग उड़ाने का भी विशेष महत्व होता है क्योंकि पतंग उड़ाने की वजह से लोग छतों पर या घर के बाहर रहते हैं जिसकी वजह से वह सूर्य के प्रकाश के संपर्क में रहते हैं जो उनकी त्वचा के लिए अच्छा होता है।।
पौराणिक जन श्रुति के अनुसार इस दिन सूत के दान का भी विशेष महत्व होता है। पतंग की डोर भी सूत की ही बनी होती है। इसलिए पतंग उड़ाने का महत्व है।