संकेत बिन्दु-
- प्रस्तावना
- भारत में सूचना प्रौद्योगिकी या संचार
- सूचना प्रौद्योगिकी का विकास या संचार माध्यमों का प्रसार
- सूचना प्रौद्योगिकी या संचार माध्यमों से लाभ
- उपसंहार ।
1. प्रस्तावना –

वर्तमान काल नवीनतम वैज्ञानिक आविष्कारों का युग है । पहले दूर – संचार के सीमित साधन थे । बेतार का तार ( वायरलेस ) , तार , टेलीप्रिन्टर , रेडियो आदि साधनों से सूचना समाचार प्रेषण होता था । परन्तु अब कम्प्यूटर के आविष्कार के साथ टेलीफोन , मोबाइल , टेलीविजन आदि अनेक इलेक्ट्रोनिक उपकरणों के आविष्कारों से इस क्षेत्र में आश्चर्यजनक प्रगति हुई है । वस्तुतः कम्प्यूटर क्रान्ति के कारण दूर संचार के क्षेत्र में विशेष प्रगति हुई है तथा इससे आज के मानव का दैनिक जीवन काफी प्रभावित हो रहा है । आज संचार – साधनों से समाज का हर वर्ग लाभान्वित हो रहा है ।
2. भारत में सूचना प्रौद्योगिकी या संचार क्रांति –
हमारे देश में सन् 1984 में केन्द्र सरकार द्वारा कम्प्यूटर नीति की घोषणा होते ही संचार क्रान्ति का सूत्रपात हुआ । दिल्ली में सूचना केन्द्र स्थापित कर सभी राज्यों की राजधानियों से उसका कम्प्यूटर सम्पर्क स्थापित किया गया । इस दृष्टि से संचार उपग्रहों का प्रेक्षण कर जगह – जगह माइक्रोवेव टावर एवं दूरदर्शन टावर स्थापित किये गये । दूर – संचार विभाग को पूर्णतया सूचना प्रौद्योगिकी का रूप दिया गया । निजी कम्पनियों ने भी अपने टावर स्थापित कर सारे देश में संचार के नेटवर्क को गति प्रदान की । इसके फलस्वरूप दूरदर्शन के चैनलों तथा मोबाइल सेवाओं का विस्तार हुआ । साथ ही टेलेक्स , ई – मेल , ई – कॉमर्स , फैक्स , इन्टरनेट आदि संचार – साधनों का असीमित विस्तार होने से संचार तंत्र से जहाँ सूचना प्रौद्योगिकी का प्रसार हुआ है , वहाँ संचार – सुविधाओं में आश्चर्यजनक क्रान्ति आ गई है ।
3. सूचना प्रौद्योगिकी का विकास या संचार माध्यमों का प्रसार –
वर्तमान काल में संचार – सुविधाओं में जो क्रान्ति आयी है , उससे रेल एवं वायुयान आदि के टिकटों का आरक्षण , वेबसाइट पर विभिन्न परिणामों का प्रसारण , रोजगार समाचार एवं व्यापार – जगत् के उतार – चढ़ाव आदि का तत्क्षण पता चल जाता है । साइबर कैफों का विस्तार होने से अत्यल्प खर्च पर उनसे सारी जानकारी हासिल की जा सकती है ।
फैक्स एवं टेलीप्रिन्टर से संचार सुविधाओं का तीव्र गति से प्रसार हुआ है । अब तो ई – मेल विवाह सम्बन्ध भी होने लगे हैं । विभिन्न भू – उपग्रहों की सहायता से सारे विश्व की प्रमुख घटनाएँ प्रत्यक्ष दिखाई देती हैं और अन्तरिक्ष की गतिविधियों को देखा जा सकता है । यह सब संचार क्रांति के प्रसार से ही संभव हो सका है ।
4. सूचना प्रौद्योगिकी या संचार माध्यमों से लाभ-
संचार माध्यमों से समाज एवं देश को अनेक लाभ हुए हैं । शिक्षा क्षेत्र में साइबर शिक्षा , दूरदर्शन चैनल से शिक्षा तथा ऑन लाइन एजुकेशन का प्रसार हुआ है जिससे शहरों से दूर रहने वालों को लाभ मिल रहा है । विशालतम दूर – संचार नेटवर्क स्थापित होने से युवकों के लिए रोजगार के नये अवसर मिल रहे हैं । सर्वाधिक लाभ समाचार पत्रों को हुआ है , जिससे जनता भी लाभान्वित हो रही है । इंजीनियरिंग क्षेत्र में नये क्षेत्रों का सृजन हुआ है तथा देश के बड़े औद्योगिक परिसरों का विस्तार होने से सामान्य जनता को अत्यधिक लाभ मिल रहा है । अब तो ये सभी संचार – साधन समाज में दैनिक जीवन के लिए अत्यावश्यक बन गये हैं । संचार क्रान्ति से जीवन में अत्यधिक गतिशीलता आ गई है ।
5. उपसंहार –
वर्तमान में सूचना प्रौद्योगिकी के फलस्वरूप संचार क्षेत्र में जो क्रान्ति आयी है , उससे व्यक्ति के दैनिक जीवन तथा सामाजिक जीवन को अनेक लाभ मिल रहे हैं । इससे रोजगार की उपलब्धता के साथ ही ज्ञान – विज्ञान एवं व्यवसाय आदि में भी अनेक सुविधाएँ बढ़ी हैं । निस्सन्देह संचार क्रांति की आश्चर्यजनक प्रगति सभी के लिए लाभकारी रहेगी