बदलते मौसम में हमें त्वचा संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ता है जानते हैं। ऐसा क्यों होता है। ऐसा क्या करें कि बदलते मौसम में त्वचा संबंधी परेशानियां ना हो।

हम जानते हैं कि वसंत के मौसम में तापमान में बढ़ोतरी तथा शुष्क हवाओं के कारण त्वचा संबंधी समस्याएं तथा अन्य सौंदर्य समस्याएं उभर आती है। इस बदलते मौसम में हमें अपने सौंदर्य आवश्यकताओं को बदलकर मौसम के अनुरूप ढालना चाहिए। मौसम में बदलाव से त्वचा में नमी की कमी तथा लाल चकत्ते भी पड़ जाते हैं।
रासायनिक साबुन का इस्तेमाल नहीं करें।

त्वचा पर चकत्ते होने की स्थिति में रासायनिक साबुन का उपयोग बंद कर देना चाहिए। आप रासायनिक साबुन की जगह सुबह शाम क्लींजर का उपयोग कर सकते हैं। और इसी प्रकार घरेलू तौर पर त्वचा पर तिल के तेल की मालिश कर सकते हैं। दूध के साथ शहद की कुछ बूंदे मिलाकर चेहरे पर लगाएं तथा 10-15 मिनट बाद चेहरे को धो ले। इससे आपके चेहरे का ग्लो बढ़ता है।
अगर त्वचा तैलीय है तो।
यदि आपकी त्वचा तैलीय है तो 50 मिलीलीटर गुलाब जल को ग्लिसरीन में मिलाएं तथा चेहरे पर लगाएं इससे आपकी त्वचा की नमी बनी रहती है। ऑयली त्वचा पर गुलाब जल तथा ग्लिसरीन के मिश्रण को लगाने से इसकी तैलीयता कम होती है तथा चेहरे पर निखार आता है।
अपनाकर देखें घरेलू उपचार
वसंत ऋतु के दौरान आप रोजाना 10 से 15 मिनट चेहरे पर शहद का लेप लगाएं। और इसके बाद इसे ताजे पानी से धो ले। यह त्वचा पर सर्दियों के दौरान पड़े विपरीत प्रभाव को कम करने में मदद करता है। वसंत के मौसम में त्वचा में एलर्जी की समस्या अधिक रहती है इस दौरान आप चंदन का पाउडर तथा तुलसी का इस्तेमाल कर सकते हैं। हर तरह की त्वचा के लिए नीम तथा पुदीने की पत्तियां अत्यंत उपयोगी होती हैं।

चेहरे की रौनक के लिए कुछ उपयोगी उपचार।
1. यदि आपकी त्वचा में खाज खुजली तथा फुंसियों की समस्या है। तो चंदन के पेस्ट का लेप करें। इस पेस्ट में थोड़ा सा गुलाब जल मिलाकर प्रभावित त्वचा वाले स्थान पर लगाए। तथा आधे घंटे बाद ताजे पानी से धो ले।
2. त्वचा की खरीश में एप्पल साइडर विनेगर अत्यंत उपयोगी होता है। इससे गर्मी की जलन और बालों की रूसी समस्या से निपटने में मदद मिलती है। चंदन की दो या तीन बूंद तेल को गुलाब जल में मिलाकर लगाने से त्वचा की खराश कम होती है।

3. नींबू की पत्तियों को 4 कप पानी में एक घंटा उबाले धीमी आंच पर तथा इसे टाइट जार में पूरी रात रहने दे। अगली सुबह मिश्रण से पानी को निचोड़ कर पत्तियों का पेस्ट बना लें तथा पेस्ट को प्रभावित स्थान पर लगाएं।

4. त्वचा की खरीश में एक चम्मच मुल्तानी मिट्टी को गुलाब जल में पेस्ट बनाकर लगाए तथा 10 से 15 मिनट बाद धो ले। त्वचा की खरीश बाइकार्बोनेट सोढा( बेकिंग सोडा) भी प्रभावशाली होता है। बेकिंग सोडा, मुल्तानी मिट्टी तथा गुलाब जल को मिलाकर पैक बना ले। इसे खरीश, खुजली, दाग धब्बे, फौड़े- फुंसियों पर लगाए। तथा इसे 10 मिनट बाद धो लें। इससे आपकी त्वचा को काफी राहत मिलेगी।

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