आज हम दुनिया की सबसे महंगी दवाई के बारे में बात करने जा रहे हैं। दुनिया में कुछ बीमारियां ऐसी होती है जो कुछ गिने-चुने लोगों को ही होती है। तो जाहिर है कि इन बीमारियों के लिए दवाइयां भी खास होती होगी और उनकी कीमत भी। ब्रिटेन की नेशनल हेल्थ सर्विस(NHS) ने दुर्लभ अनुवांशिक बीमारी जेनेटिक स्पाइनल मस्कुलर एट्रॉफी (एसएमए) को ठीक करने के लिए दुनिया की सबसे महंगी दवाई को मंजूरी दी है। इससे पहले इस दवाई को स्वीकृति अमेरिका द्वारा दी गई थी इस दवाई का नाम है जोलगेन्समा। इस दवा की एक खुराक की कीमत ₹18 करोड़ रुपये हैं।
एनएचएस इंग्लैंड ने अपने एक बयान में कहा है कि नोवर्टिस जीन थेरेपी द्वारा निर्मित इस दवाई को मंजूरी दे दी गई है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 महीने की बच्ची के लिए इस दवाई को मंगवाने के लिए टैक्स माफ किया था। आपको बता दें जो बीमारियां दुनिया में केवल कुछ गिने-चुने लोगों को होती है उनके लिए बनने वाली दवाइयों को ओरफन ड्रग कहा जाता है। वर्तमान में ओरफन ड्रग का बाजार 132 billion-dollar का है जो 2025 तक 200 बिलियन डॉलर का होने की संभावना है। यूरोप में 60 से अधिक ओरफन ड्रग है।
जोलगेन्समा दवा किस काम आती है।

जोलगेन्समा दवा दुर्लभ अनुवांशिक बीमारी एसएमए मैं काम आती है।एसएमए से ग्रसित रोगियों को इस दवा की आवश्यकता पड़ती है। यह बीमारी शरीर में एसएमएन-1 जीन की कमी से होती है। इस बीमारी से ग्रसित रोगियों में लकवा मार सकता है तथा सांस लेने में दिक्कत होती है। तथा सांस लेने में अत्यधिक कठिनाई का सामना करना पड़ता है। शरीर में ताकत ना रहना मांसपेशियों का काम ना करना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इंग्लैंड में लगभग हर साल 80 बच्चे इस बीमारी से मरते हैं लेकिन इस दवा से यह बीमारी ठीक हो सकती है यह दवा लापता जीन को रिस्टोर करके बीमारी का इलाज करती है। है बीमारी होने के बाद बच्चा लगभग 3 साल तक जीवित रह सकता है इससे अधिक जीवित नहीं रह सकता।जोलगेन्समा दवा से बच्चा पूर्णता ठीक हो सकता है मुद्दा में जितना भी है कि यह दवा अधिक महंगी है जिस कारण सभी इसे खरीद नहीं सकते हैं। जोलगेन्समा दवा के 1 इंजेक्शन से बच्चा बिना वेंटीलेटर के सांस ले सकता है।
दुनिया की कुछ महंगी दवाइयां।
किसी भी बीमारी का इलाज दवाओं से होता है। लेकिन कुछ दवाई इतनी महंगी होती है कि आम इंसान इसके बारे में सोच भी नहीं सकता और अगर बीमारी दुर्लभ हो तो उसके लिए बनी दवाइयां भी अधिक महंगी होती है आइए जानते हैं दुनिया की कुछ महंगी दवाइयों के बारे में। यह दवाइयां कितनी महंगी है। उनका क्या नाम है किस बीमारी में काम आती है तथा इनकी कीमत कितनी है। यह सब नीचे सारणी में दिया गया है।
दवा | कीमत | बीमारी |
एक्टइम्यून | 5.04 करोड़ प्रति माह | क्रॉनिक ग्रैन्यूलोमैटस |
एक्टहार | 3.36 करोड़ प्रति माह | इन्फैंटाइल स्पैज्म |
रैविस्टी | 3.09 करोड़ प्रति माह | यूरिया साइकिल डिसऑर्ड |
ऑक्सरवेट | 1.06 करोड़ प्रति माह | लिपोडिस्ट्रोफी |
ब्रिन्यूरा | 68.67 लाख इलाज का | न्यूरोट्रोफिक केराटाइटिस |
डाराप्रिम | 41.40 लाख प्रति माह | सीएलएन 2 |
तखजायरो | 17.26 लाख की 30 टैबलेट | टोक्सोप्लासमोसिस |
सिनराइज | 2.12 लाख प्रति डोज | एंजियोडेमा |
ये थी दुनिया की कुछ सबसे महंगी दवाइयां। मैं आशा करता हूं कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी धन्यवाद।