मोरिंगा पाउडर को सहजन वृक्ष के वृक्ष से प्राप्त किया जाता हैं, सहजन के वृक्ष को चमत्कारी वृक्ष और जीवन के वृक्ष के रूप में भी जाना जाता है। मोरिंगा पाउडर मोरिंगा के पेड़ की पत्तियों से बनाया जाता है और इसमें कई औषधीय गुण होते हैं। इस सुपरफूड का उपयोग हजारों वर्षों से आयुर्वेदिक उपचार में पारंपरिक उपचार के रूप में किया जाता रहा है।
सभी तरह के मिनरल्स से भरपूर मोरिंगा पाउडर प्रोटीन के सबसे अच्छे स्रोतों में से एक माना जाता है। इसके 1 बड़े चम्मच में लगभग 3 ग्राम प्रोटीन होता है। यह सुपर फूड हमारी मांसपेशियों की मरम्मत, और शारीरिक एनर्जी के लिए मैं बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। हमारे खाने पीने पर ध्यान नहीं देने तथा नियमित व्यायाम न करने से हुई शारीरिक कमजोरी में भी यह सुपरफूड बहुत उपयोगी है आईए जानते हैं मोरिंगा पाउडर के कुछ महत्वपूर्ण फायदे के बारे में-

विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर
हमारे द्वारा खाए जाने वाले कई हेल्दी खाद्य पदार्थों में एक ही पोषक तत्व होता है। लेकिन मोरिंगा के पत्तों को सुपरफूड कहा जाता है क्योंकि एक कप कटी हुई पत्तियों को आयरन, कैल्शियम, विटामिन सी, विटामिन बी6 और राइबोफ्लेविन का अच्छा स्रोत माना जाता है। इसके अलावा इसमें पोटेशियम, विटामिन ए, विटामिन ई और मैग्नीशियम की मात्रा भी काफी अधिक होती है।
मोरिंगा आंखो की बेहतर दृष्टि और इम्यूनिटी से लेकर हड्डियों की हेल्थ और त्वचा को ग्लोइंग बनाने तक, के लिए फायदेमंद है ।
लिवर की सुरक्षा करता है
हमारा लीवर को शरीर के रक्त को फिल्टर करता है, रसायनों को डिटॉक्सीफाई करता है और वसा को मेटाबोलाइज करता है। मोरिंगा इसे बेहतर तरीके से काम करने में मदद करता है। मोरिंगा में लीवर में ऑक्सीकरण को उलटने के लिए पॉलीफेनोल्स की उच्च सांद्रता होती है, और एक शोध से पता चला है कि मोरिंगा का सेवन लिवर फाइब्रोसिस को कम करने और लीवर को नुकसान से बचाने के लिए किया जाता है।
डायबिटीज को कम करने में फायदेमंद
मोरिंगा पाउडर वसा और ग्लूकोज के स्तर को कम करके ऑक्सीडेटिव तनाव को नियंत्रित कर ब्लड शुगर को कम करने में बहुत मददगार साबित होता है।
इंसुलिन और ब्लड शुगर बढ़ने से मूड का खराब रहना और शुगर की समस्या हो सकती है और यहां तक कि टाइप 2 डायबिटीज और मोटापा भी हो सकता है। तीन महीने के लिए मोरिंगा लेने से चिकित्सीय एंटीऑक्सीडेंट गुणों के साथ-साथ पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाओं में ग्लूकोज का स्तर कम होता है। एक शोध से यह भी पता चला है कि आहार में मोरिंगा वजन बढ़ाने तथा कम करने दोनों में मददगार हो सकता है त्तथा इंसुलिन प्रतिरोध को कम करने में मदद करता है।
दिल को रखता है स्वस्थ।
मोरिंगा हमारे शरीर में ब्लड प्लाक को रोकने तथा कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में बहुत मददगार होता है जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है।
ब्रेन के स्वास्थ्य के लिए अच्छा।
वैज्ञानिकों द्वारा किए गए शोध के अनुसार लगभग 64-65 वर्ष से अधिक उम्र केे आठ लोगों में से एक अल्जाइमर रोग से पीड़ित है। मोरिंगा का पत्ता विटामिन सी और विटामिन ई से भरपूर होता है, जो अल्जाइमर से जुड़े ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करता है। मोरिंगा डोपामाइन और सेरोटोनिन (हैप्पी हार्मोन) को बढ़ाने में मदद करता है और इसका उपयोग डिप्रेशन के इलाज में मदद के लिए भी किया जाता है।
बाल और त्वचा के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद
मोरींगा का पाउडर त्वचा और बालों के लिए एक प्राकृतिक उपचार की तरह उपयोग में लिया हैंं। यह बालों के लिए फायदेमंद है और बालों को फ्री रेडिकल्स से बचाने में मदद करता है। साथ ही मोरिंगा में प्रोटीन भी होता है जो बालों तथा त्वचा के लिए बेहद जरूरी है।
घावों को ठीक करने में उपयोगी
मोरिंगा के पाउडर के लगातार सेवन से यह रक्त के थक्के जमने के समय को कम करता है जिससे ज्यादा रक्त शरीर से बाहर ना निकले, और घाव जल्दी से ठीक हो जाए। मुरैना के पाउडर का उपयोग ब्लीडिंग को रोकने में भी किया जाता है।
एनर्जी को बढ़ाता है
मोरिंगा पाउडर में अनेक मिनरल्स, विटामिंस और प्रोटीन के साथ साथ आयरन और आवश्यक पोषक तत्व मौजूद होने की वजह से हमारी एनर्जी को बढ़ाने में बहुत ज्यादा मददगार होता है।
सूजन को कम करने में सहायक
मोरिंगा की पत्तियों में पॉलीफेनोल्स और आइसोथियोसाइनेट्स पाई जाने के कारण सूजन को कम करने में सहायक होता है।
हार्मोन नियंत्रण में सहायक
मोरिंगा पाउडर हमारे शरीर में पाए जाने वाले हार्मोन को संतुलित करने में मदद करता है। मेनोपॉज के कारण महिलाओं के हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं जिससे उनको कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में मोरिंगा का पाउडर महिलाओं की इन समस्याओं में मदद कर सकता है। जर्नल ऑफ फूड एंड साइंस टेक्नोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाओं ने तीन महीने के लिए मोरिंगा लीफ पाउडर और ऐमारैंथ लीफ पाउडर का एक कॉम्बिनेशन लिया, इससे न केवल ऑक्सीडेटिव तनाव में कमी आई, बल्कि उनका हीमोग्लोबिन भी बढ़ गया। ऐसा बैलेंस हर्मोन को नियंत्रित करके ही हो सकता है। मोरिंगा थायरॉयड हेल्थ में भी सुधार करता है जो एनर्जी, नींद और डाइजेशन से संबंधित हार्मोन को नियंत्रित करता है।
मुक्त मूलक प्रदूषण से लड़ने में सहायक
मुक्त मूलक या फ्री रेडिकल्स प्रदूषण, तले हुए भोजन और सूरज के प्रकाश में ज्यादा समय तक रहने से बनते हैं। यह हमारे सेल्स से इलेक्ट्रॉन को छीन लेते हैं , जिससे ऑक्सीडेटिव तनाव, सेल्स डैमेज और समय से पहले बूढ़ा होना जैसी समस्याएं हो सकती हैंं। एंटीडोट: एंटीऑक्सीडेंट जैसे फ्लेवोनोइड्स, पॉलीफेनोल्स और एस्कॉर्बिक एसिड मोरिंगा में पाए जाते हैं। एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर समय से पहले होने वाली झुर्रियों को रोकती है और हमे लंबे समय तक जीवित रखती हैं।
पाचन क्रिया में सुधार
मोरिंगा की पत्तियों के पाउडर में लगभग 30% तक फाइबर होता है, इसमें से अधिकांश अघुलनशील होता है, जिसे न केवल डाइजेशन की आवश्यकता होती है, बल्कि इससे बीमारी का खतरा भी कम होता है। मोरिंगा एक नेचुरल एंटीबायोटिक और एंटीबैक्टीरियल है और विभिन्न समस्याओं को रोकने में मदद करता है जो डाइजेशन को बिगाड़ सकते हैं। मोरिंगा के एंटीइंफ्लेमेटरी गुण डाइजेशन संबंधी समस्याओं जैसे कोलाइटिस को दूर करने में मदद करतेे हैंं।
मोरिंगा पाउडर लेने का तरीका
- मोरिंगा पाउडर को एक गिलास गर्म पानी में एक दो चम्मच डालकर भी पी सकते हैं।
- मोरिंगा पाउडर को स्मूदी में मिलाकर भी लिया जा सकता है।
- इसकी चाय बना कर (एक कप पानी में एक दो चम्मच मोरिंगा पाउडर डालकर उबाल लें और ठंडा होने पर पी सकते हैं) चाय में डालकर भी लिया जा सकता है।
- इसे नॉर्मल खाने में भी डाला जा सकता है।
- इसे सूप, सलाद, एवोकाडो टोस्ट या शकरकंद टोस्ट में भी छिड़का जा सकता है।
- इसे कैफीन फ्री कॉफी के विकल्प के लिए गर्म पानी में मिला कर ले सकते हैं।
मोरिंगा पाउडर को लेते समय सावधानियां।
- मोरिंगा सुपरफूड है लेकिन इसको सही मात्रा में न खाया जाए तो इससे पेट खराब, गैस, दस्त और हार्टबर्न जैसी समस्याएं हो सकती हैं
- मोरिंगा का ज्यादा मात्रा में प्रयोग करने से उल्टी का मन हो सकता है।
- जड़ों, फूलों और छाल में पाए जाने वाले कुछ केमिकल गर्भवती महिलाओं में कॉन्ट्रेक्शन का कारण बन सकते हैं और ऐसे में ये मिसकैरेज के खतरे को बढ़ा सकते हैं।इसलिए गर्भवती महिलाओं को इसके सेवन से बचना चाइए।
- स्तनपान कराने वाली महिलाओं को मोरिंगा से बचना चाहिए क्योंकि इसमें मौजूद कुछ चीजें बच्चे के लिए अच्छी नहीं होती हैं।
- मोरिंगा डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और थायराइड रोग का इलाज करने वाली दवा लेने वाले लोगों में भी बाधा कर सकता है। ऐसे मे डॉक्टर से सलाह पर ही डायट में शामिल करना चाहिए।