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कुछ समय पहले माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट Twitter को टक्कर देने के लिए मेड इन इंडिया द्वारा Koo ऐप का लांच किया गया था यह हाल ही में अधिक वायरल हो गया है अब तो यह लगभग हर भारतीय नागरिक के स्मार्टफोन में उपलब्ध है।
इतना ही नहीं केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल एवं रविशंकर प्रसाद ने भी Koo ऐप पर अपना अकाउंट बना लिया है, इसलिए कुछ लोग इस ऐप को राजनीतिक पॉलिटिकल ऐप मान रहे हैं यह सुनकर Koo ऐप के फाउंडर ने बड़ा बयान दिया है।

मेड इन इंडिया माइक्रोब्लॉगिंग ऐप Koo के Co. Founder अप्रमये राधा कृष्ण ने इस ऐप पर बड़ा बयान दिया है उन्होंने कहा कि Koo ऐप एपॉलीटिकल प्लेटफार्म है और हमें राजनीति की कोई जानकारी नहीं है कू ऐप के फाउंडर ने कहा कि यह ऐप ट्विटर की जगह लेने का लक्ष्य लेकर चल रहा है एवं यह एपॉलिटिकल है।
अप्रमये राधा कृष्ण ने कहा कि हमारे सिस्टम की नीतियां लेफ्ट या राइट नहीं समझते हैं हमारा सिस्टम प्रत्येक व्यक्ति को एक समान दृष्टि से देखता है उसे एक यूनीक यूजर के तौर पर बेस्ट सर्विस देने का प्रयास करता है।
अप्रमये राधा कृष्ण का कहना है कि हमें एक प्लेटफार्म के तौर पर अपनी क्षमताओं को बेहतर बनाने के लिए सभी को अच्छी सुविधा देनी है मेरा या मयंक का Koo ऐप के Co. Founder के तौर पर कोई राजनैतिक तालुका नहीं है हम पूर्णता है राजनैतिक है।
अप्रमये राधाकृष्ण कहा की Koo ऐप भारतीय नागरिक के लिए है जो भारतीय कानून का पालन करना चाहता है उन्होंने कहा कि हम प्रत्येक भारतीय नागरिक के लिए मंच चला रहे हैं यह एक मेड इन इंडिया कंपनी के रूप में भारत के कानून एवं संविधान से बंधे हुए हैं हमारे भारतीय संविधान के सिद्धांत की तरह हम भी इसे लोगों का लोगों के द्वारा एवं भारतीय नागरिकों के लिए मंच बनाने में विश्वास रखते हैं।
इसके अलावा उन्होंने अपने इस स्टार्ट-अप में चीनी निवेश को लेकर पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि Koo ऐप पूर्णत: आत्मनिर्भर भारतीय ऐप है।
Koo ऐप के बारे में संपूर्ण जानकारी
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