Statue of peace; PM मोदी ने पाली मे आचार्य विजय वल्लभ की 151 वी जयन्ती के उपलक्ष पर Statue of Peace का अनावरण किया|
PM मोदी ने राजस्थान मे शांति की प्रतिमा (statue of peace) का अनावरण किया l मोदी जी न कहा की “यह मेरा सौभाग्य है की मुझे गुजरात में जन्मे आचार्य विजय वल्लभ तथा सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमाओं का आनवरण करने का शुभ अवसर मिला। यह दोनो ही महापुरुष एकता तथा शान्ति के समर्थक थे । उन्होने कहा की आचार्य जी का दया, करुणा और प्रेम से ओतप्रोत जीवन हर जीव के लिए प्रेरणा का स्रोत है। संतो ने हमेशा शांति, अहिंसा और बंधुत्व का मार्ग दिखया है ।

ABOUT STATUE OF PEACE
(1) Statue of peace राजस्थान के पाली जिले के जेतपुरा इलाके में स्थित है । (2) यह प्रतिमा आचर्य विजय वल्लभ की 151 वीं जयन्ति के उपलक्ष पर बनवाई गई। (3)यह प्रतिमा 151 इंच ऊँची है । PM मोदी ने डिजिटल कार्यक्रम के द्वारा इसका अनावरण किया । (4) यह शांति की प्रतिक है ।
ABOUT ACHARYA VIJAY VALLABHSURI
आचार्य विजय वल्लभ का जन्म 26 OCT. 1870 को बड़ोदरा गुजरात मे हुआ । इनका नाम छगन रखा गया । इनकी माता का नाम ईचा बाई तथा पिता का नाम दिपचन्द था । इनके बाल्य काल मे इनके माता पिता का निधन हो गया । इनके गुरू विजयनन्द सूरी थे । जिनसे इनकी मुलाकात बडोदरा के जेनेरी जैन उपाश्रय मे हुई ।उन्हें लाहौर में सुमतिविजय द्वारा मार्गशिर्ष सुदी पंचमि को आचार्य की उपाधि से सम्मानित किया गया । इन्हे जैन संघ द्वारा पत्ताधर की उपाधी भी दी गई।
यह शांति और एकता की प्रतिमूर्ति थे।1947 मे भारत विभाजन के समय यह चातुरमास के लिए गुजरांवाला गये हुए थे। विभाजन मे गुजरांवाला पाकिस्तान के हिस्से मे रहे गया । इन्होंने भारत सरकार द्वारा भेजे गये विमानो मे बठने से इनकार कर दिया क्योंकि जैन मुनि विमानों में यात्रा नहीं करते थे ।सितम्बर1947 को अपने जैन मुनि साथियो के साथ पैदल यात्रा करते हुए अमृतसर पहुँचे ।