Tourist places in alwar ( अलवर के प्रमुख पर्यटन स्थल )
अलवर राजस्थान मे आरवली पर्वतमाला से घिरा हुआ जिला हे , अलवर मे बहुत से देकने के लिए दर्सनिए स्थल हे । आइये जानते हे अलवर मे उपस्थित पर्यटन स्थल के बारे मे ।

अलवर मे उपस्थित पर्यटन स्थल
स्थल बाला किला
सरिस्का वन्यजीव अभयारण्य
सरिस्का पैलेस
भानगढ़ किला
सिलिसर लेक पैलेस
केसरोली\
सिटी पैलेस
मूसी महारानी की छतरी अलवर
नीलकंठ महादेव मंदिर
मोती डूंगरी
विजय मंदिर महल
पांडुपोल मंदिर
1. Bala fort alwar । स्थल बाला किला

बाला किला जिसे अलवर किले के नाम से भी जाना जाता है यह किला अलवर के एक पहाड़ पर उपस्थित हे । ईश किले का निर्माण 1550 मे हसन खान मेवाती ने करवाया था ।बाला किला घूमने के लिए , किला सुबह 9 am से श्याम 5 pm तक खुला रहता है, किले मे घूमने के लिए कोई शुल्क नही लिया जाता हे । यहा गर्मी मे घूमना भूत ही कठिन हे , इसलिए लोग बारिश के मोसम या अक्टूम्बर ,नव्म्बर महीने मे घूमना पसंद करते हे ।
2. सरिस्का वन्यजीव अभयारण्य

सरिस्का’ बाघ अभयारण्य भारत में सब से प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है , 1955 में इसे वन्यजीव आरक्षित भूमि घोषित किया गया था ओर बाद मे 1978 मे में बाघ परियोजना योजना रिजर्व का दर्जा दिया गया । सरिस्का बाघ अभयारण्य में बाघ, चित्ता, तेंदुआ, जंगली बिल्ली, कैरकल, धारीदार बिज्जू, सियार स्वर्ण, चीतल, साभर, नीलगाय , चिंकारा, खरगोश , चार सींग शामिल ‘मृग’ , जंगली सूअर , और पक्षी प्रजातियों और सरीसृप के बहुत सारे वन्य जीव मिलते है।
3. सरिस्का प्लेस

सरिस्का प्लेस का निर्माण 1902 मे करवाया गया था । अब इसे होटल मे बदल दिया गया है , यह पर्यटन स्थल विदेसी पर्यटको को परभावित करता है।
4. भानगढ़ किला

इस किले की देख रेख भारत सरकार द्वारा की जाती है। किले के चारों तरफ भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम मौजूद रहती हैं। पुरातत्व विभाग द्वारा सूर्यास्त के बाद इस क्षेत्र में किसी भी व्यक्ति के रूकने की मनाही है।
भानगढ़ किला चारो ओर से पहाड़ो से घिरा हुआ हे ओर पथरो पर पर बहतरिन शिल्पकारी के गई हे किले मे बहुत से दर्सनिए स्थल उपस्थित हे।
5. सिलीसेढ़ झील अलवर ।

सिलीसेढ़ झील लगभग 7 km के एरिया मे फेली हुई है , यह दरस्को को आकर्षित करती है , यह झील मानव निर्मित है इसका निर्माण 1845 मे महाराजा विनय के द्वारा जल की पूर्ति के लिए करवाया गया था ।
6. केसरोली किला

केसरोली किला का निर्माण 14 वी शताब्दी मे करवाया गया था , अब इस किले को हेरिटेज होटल मे बदल दिया गया है अब इसका संचालन नीमराना होटल समूह कर रहा है ।
7. सिटी पैलेस

इसका निर्माण 1793 में राजा बख्तावर सिंह ने कराया था , सिटि प्लेस को बहुत ही खूबसूरती के साथ बनाया गया हे। सिटि प्लेस के बीच मे कृष्ण मंदिर हे। सिटि प्लेस पीछे मूसी रानी की छतरी और अन्य दर्शनीय स्थल हैं। यहा संग्राहलय घूमने का समय सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक, शुक्रवार को अवकाश रहता है।
8.मूसी महारानी की छतरी अलवर

मूसी महारानी की छतरी, अलवर के शासक महाराजा बख्तावर सिंह और उनकी रानी मूसी की याद में विनय सिंह द्वारा बनवाई गई थी । मुसी महारानी की छतरी अलवर के मुक्य महल के बाहर उपस्थित है।
9. नीलकंठ महादेव मंदिर

अलवर का नीलकंठ महदेव का मंदिर प्राचीन मंदिरो मे से एक है इसका निर्माण पांडवो ने करवाया था । यहा देश के कई हीसो से सरद्धालुओ की भीड़ उमड़ती है ।